संपर्क करें

English हिंदी

वैदिक संस्कृति संस्थानम का उद्देश्य हमारी मातृभूमि भारत की निस्वार्थ सेवा है। हमारे भारत की हर वस्तु और हर व्यक्ति हमारे लिए पूजनीय है और सबसे उत्तम पूजा निस्वार्थ सेवा है। अभी तक इस संस्था ने गरीबों के बीच कोरोनामहामारी के कारण होने वाली भयावह मानवीय पीड़ा को कम करने के लिए थोड़ा सा योगदान दिया है। आगे यह संस्था बाल शिक्षा,स्वास्थ्य और संस्कृति की दिशाओं में अग्रसर होने के लिए प्रत्यनशील है।

यदि आप अपने निजी धन का कुछ अंश हमें दान देना चाहें तो कृपया हमसे संपर्क करें। वैदिक संस्कृति संस्थानम को दिया दान आयकर से मुक्त है। आप अपनी कंपनी के कॉर्पोरेट माध्यम से भी दान दे सकते हैं। यदि आप अन्य माध्यमों से दान करना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं,तो कृपया हमें ई-मेल करें।
आपके दान किए गए धन का प्रत्येक अंश समाज सेवा में लगता है। वैदिक संस्कृति संस्थानमके संस्थापक और अन्य कर्मचारी पूरी तरह से स्वयंसेवकों के रूप में काम करते हैं। धन्यवाद!

डॉ. प्रदीप गोयल (एम बी बी एस, डॉ पी एच (हॉर्वर्ड विश्विद्यालय))
संस्थाप,वैदिक संस्कृति संस्थानम
founder@mantrayoga.org